डिजिटल मार्केटिंग क्या है? [Digital Marketing in Hindi]

akash
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What is Digital Marketing in Hindi? – आज के समय में सब ऑनलाइन हो गया है। इंटरनेट ने हमारे जीवन को बेहतर बनाया है और हम इसके माध्यम से कई सुविधाओं का आनंद केवल फ़ोन या लैपटॉप के ज़रिये ले सकते है।

Online shopping, Ticket booking, Recharges, Bill payments, Online Transactions, Online study (ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग, रिचार्ज, बिल पेमेंट, ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स) आदि जैसे कई काम हम इंटरनेट के द्वारा कर सकते है । इंटरनेट के प्रति सभी Users के इस   ट्रेंड्स की वजह से बिज़नेस Digital Marketing (डिजिटल मार्केटिंग) को अपना रहे है ।

यदि हम MARKET STAUTS की ओर नज़र डालें तो लगभग 90% लोग किसी की PRODUCT को खरीदने से पहले या SERVICE लेने से पहले ONLINE CHECK करते है । ऐसे में किसी भी कंपनी या बिज़नेस के लिए DIGITAL MARKETING ज़रूरी हो जाती है !

MARKETING

Internet और Computer की मदद से Product या Services को Promote करना ही Digital Marketing कहते हैं. इसमें Targeted Customer OR Audience को Target करना बहुत आसान है. Offline Advertisement जैसे News Paper, Paper Print, Handbill, Hoardings इन सभी में Company सभी अपना Ad दिखता है. लेकिन Digital में केवल Targeted Audience को ही Ad दिखता है.

डिजिटल मार्केटिंग क्यो आवश्यक है ? [Importance of Digital Marketing in Hindi]

डिजिटल मार्केटिंग का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और यह हर व्यवसाय के लिए एक आवश्यक उपकरण बन गया है। इसकी मदद से हम न केवल अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं बल्कि ग्राहकों के साथ एक मजबूत और स्थायी संबंध भी स्थापित कर सकते हैं। हर व्यक्ति इंटरनेट से जुड़ा है वे इसका उपयोग हर स्थान पर आसानी से कर सकता है

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार [Types of Digital Marketing]

सबसे पहले तो आपको यह बता दे कि डिजिटल मार्केटिंग करने के लिये ‘इंटरनेट’ ही एक मात्र साधन है। इंटरनेट  पर ही हम अलग-अलग वेबसाइट के द्वारा डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं । इसके कुछ प्रकार के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं –

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO):
SEO का उद्देश्य वेबसाइट की सर्च इंजन रिजल्ट्स में रैंकिंग को सुधारना होता है। इसमें ऑन-पेज और ऑफ-पेज ऑप्टिमाइजेशन, कीवर्ड रिसर्च, और बैकलिंकिंग शामिल हैं। यह एक ऐसा तकनीकी माध्यम है जो आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन के परिणाम पर सबसे ऊपर जगह दिलाता है

कंटेंट मार्केटिंग: (content Marketing) कंटेंट मार्केटिंग का उद्देश्य मूल्यवान, प्रासंगिक और सुसंगत सामग्री के माध्यम से ग्राहकों को आकर्षित और संलग्न करना है। इसमें ब्लॉग पोस्ट, आर्टिकल्स, इन्फोग्राफिक्स, वीडियो, ई-बुक्स, और अन्य प्रकार की सामग्री शामिल होती है।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM): SMM में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स (जैसे Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn) का उपयोग करके ब्रांड प्रमोशन और ऑडियंस एंगेजमेंट किया जाता है। इसमें पेड और ऑर्गेनिक दोनों प्रकार के अभियानों का समावेश होता है, जब हम ये साइट देखते हैं तो इस पर कुछ-कुछ अन्तराल पर हमे विज्ञापन दिखते हैं यह विज्ञापन के लिये कारगार व असरदार जरिया है।

ईमेल मार्केटिंग: किसी भी कंपनी द्वारा अपने उत्पादों को ई-मेल के द्वारा पहुंचाना ई-मेल मार्केटिंग है। ईमेल मार्केटिंग में ग्राहकों को ईमेल के माध्यम से प्रोडक्ट, सर्विस, ऑफर्स, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भेजी जाती है। यह ग्राहक संबंध बनाने और उन्हें बनाए रखने का एक प्रभावी तरीका है।

वायरल मार्केटिंग: वायरल मार्केटिंग का उद्देश्य कंटेंट को इस प्रकार बनाना होता है कि वह तेजी से फैल सके। इसमें सोशल मीडिया, वीडियो कंटेंट और मेम्स का इस्तेमाल होता है ताकि अधिकतम लोगों तक पहुंचा जा सके।

मोबाइल मार्केटिंग: मोबाइल मार्केटिंग में SMS, MMS, इन-एप विज्ञापन, और मोबाइल वेबसाइट्स का उपयोग किया जाता है ताकि मोबाइल उपयोगकर्ताओं तक पहुंचा जा सके।

अफिलिएट मार्केटिंग: वेबसाइट, ब्लोग या लिंक के माध्यम से उत्पादनों के विज्ञापन करने से जो मेहनताना मिलता है, अफिलिएट मार्केटिंग में अन्य वेबसाइट्स या व्यक्तियों को कमीशन के आधार पर आपके प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को प्रमोट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसमें एक प्रोग्राम सेटअप किया जाता है जहां अफिलिएट्स आपके लिए ट्रैफिक और सेल्स लाते हैं।इसे ही अफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिताएं – [Uses of Digital Marketing in Hindi]

(i) (Targeted Advertising): आप अपनी वेबसाइट पर अपने विज्ञापन को आयु, लिंग, स्थान, रुचियों, और व्यवहार के आधार पर कस्टमाइज कर सकते हैं, जिससे विज्ञापन की प्रभावशीलता बढ़ जाती है।डिजिटल मार्केटिंग में आप विशेष लक्षित समूहों को चुन सकते हैं ! डिजिटल प्लेटफार्म्स पर, विशेष रूप से सोशल मीडिया पर, ग्राहकों के साथ सीधे संवाद करना संभव होता है। इससे ग्राहक संबंध बेहतर होते हैं और ब्रांड के प्रति उनकी वफादारी बढ़ती है।

(ii) (User Data):
डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से व्यवसाय अपने ग्राहकों के व्यवहार, प्राथमिकताओं और प्रतिक्रियाओं के बारे में डेटा एकत्र कर सकते हैं। यह डेटा व्यवसायों को बेहतर उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने में मदद करता है।

(iii) (Brand Awareness):
डिजिटल मार्केटिंग ब्रांड जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सोशल मीडिया, ब्लॉगिंग, और कंटेंट मार्केटिंग के माध्यम से, ब्रांड अधिक लोगों तक पहुंच सकते हैं और अपनी पहचान बना सकते हैं।
और ह्म अपने उपभोक्ताओं की हरकतें यानी उनकी रुचि पर नज़र रख सकते हैं।

आप पर उनका विश्वास भी अत्यन्त आवश्यक है, की वह विज्ञापन देख कर आपका उत्पाद खरीदने में संकोच न करें तुरंत ले लें। इनके विश्वास को आपने विश्वास देना है।

डिजिटल मार्केटिंग एक एसा माध्यम बन गया है जिससे कि मार्केटिंग (व्यापार) को  बढ़ाया जा सकता है। इसके उपयोग से सभी लाभान्वित हैं । उपभोक्ता व व्यापारी के बीच अच्छे से अच्छा ताल-मेल बना रहे हैं , डिजिटल मार्केटिंग की इन उपयोगिताओं के कारण, यह आज के व्यवसायिक परिदृश्य में एक अनिवार्य उपकरण बन गया है। व्यवसायों को अपनी ऑनलाइन उपस्थिति मजबूत करने और लक्षित दर्शकों तक प्रभावी ढंग से पहुंचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों को अपनाना चाहिए।

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